tag:blogger.com,1999:blog-90504797853569390842024-03-13T20:38:47.323-07:00Hindu TextsPuneethttp://www.blogger.com/profile/15624485614381988282noreply@blogger.comBlogger1125tag:blogger.com,1999:blog-9050479785356939084.post-6783244368609273852008-03-05T16:34:00.000-08:002008-03-05T16:38:47.197-08:00"तेरे मन में राम"<span style="font-size:85%;color:#009900;"><strong>A great bhajan from today's temple aarti...</strong></span><br /><span style="font-size:85%;"><br />तेरे मन में राम, तन में राम, रोम रोम में राम रे<br />तेरे मन में राम, तन में राम, रोम रोम में राम रे<br />राम सुमिरले ध्यान लगा ले, छोड़ जगत के काम रे<br />बोलो राम बोलो राम बोलो राम राम राम<br />बोलो राम छोड़ छोड़ राम बोलो राम राम राम<br /><br />तेरे मन में राम, तन में राम, रोम रोम में राम रे<br />तेरे मन में राम, तन में राम, रोम रोम में राम रे<br /><br />राम सुमिराले ध्यान लगा ले, छोड़ जगत के काम रे<br />बोलो राम बोलो राम बोलो राम राम राम<br /><br />माया में तू उलझा उलझा, दर दर धूल उडाये<br />अब क्यों करता मन भारी, जब माया साथ छुडाये<br />माया में तू उलझा उलझा, दर दर धूल उडाये<br />अब क्यों करता मन भारी, जब माया साथ चुराए<br /><br />दिन तो बीता दौड़ धूप में, ढल जाए न शाम रे<br />बोलो राम बोलो राम बोलो राम राम राम<br />बोलो राम बोलो राम बोलो राम राम राम<br />तेरे मन में राम, तन में राम, रोम रोम में राम रे<br />तेरे मन में राम, तन में राम, रोम रोम में राम रे<br /><br />राम सुमिरले ध्यान लगा ले, छोड़ जगत के काम रे<br />बोलो राम बोलो राम बोलो राम राम राम<br /><br />तन के भीतर पांच लुटेरे, डाल रहे है डेरा<br />कम क्रोध मद लोभ मोह ने, तुझको कैसा घेरा<br />तन के भीतर पांच लुटेरे, डाल रहे है डेरा<br />कम क्रोध मद लोभ मोह ने, तुझको कैसा घेरा<br />भूल गया तू राम रतन, भूला पूजा का काम<br /><br />बोलो राम बोलो राम बोलो राम राम राम<br />बोलो राम बोलो राम बोलो राम राम राम<br />तेरे मन में राम, तन में राम, रोम रोम में राम रे<br />तेरे मन में राम, तन में राम, रोम रोम में राम रे<br />राम सुमिरले ध्यान लगा ले, छोड़ जगत के काम रे<br />बोलो राम बोलो राम बोलो राम राम राम<br /><br />बचपन बीता खेल खेल में, भरी जवानी सोया<br />बचपन बीता खेल खेल में, भरी जवानी सोया<br />देख बुढापा अब क्यों सोचे, क्या पाया क्या खोया<br />बचपन बीता खेल खेल में, भरी जवानी सोया<br />देख बुढापा अब क्यों सोचे, क्या पाया क्या खोया<br />देर नही है अब भी बन्दे, ले ले उसका नाम<br /><br />बोलो राम बोलो राम बोलो राम राम राम<br />बोलो राम बोलो राम बोलो राम राम राम<br />तेरे मन में राम, तन में राम, रोम रोम में राम रे<br />तेरे मन में राम, तन में राम, रोम रोम में राम रे<br /><br />राम सुमिरले ध्यान लगा ले, छोड़ जगत के काम रे<br />बोलो राम बोलो राम बोलो राम राम राम<br />बोलो राम बोलो राम बोलो राम राम राम<br /><span class=""></span></span><br /></span>Puneethttp://www.blogger.com/profile/15624485614381988282noreply@blogger.com2